योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, असली नाम, परिवार, शिक्षा, पत्नी, राजनितिक जीवन { Yogi Adityanath Biography, Real Name, Family, Wife, Education, Political Life }
इस लेख में हम आपको गोरक्षपीठ गोरखपुर के मठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के जीवन के सभी पहलुओं के बारे में बताएँगे। योगी आदित्यनाथ बहुत समय तक गोरखपुर लोक सभा सीट से सांसद भी रहे हैं। वर्तमान समय में योगी जी उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं। 2017 में योगी जी पहली बार उत्तर प्रदेश के मंत्री बने और 2022 में भी लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री चुने गए। मूल रूप से योगी जी उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के रहने वाले हैं। इन्होने सांसारिक जीवन का परित्याग करके सन्यास ग्रहण किया हुआ है और अब ये सन्यासी जीवन का ही पालन करते हैं।
योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय – Yogi Adityanath Biography
आइये जानते हैं योगी आदित्यनाथ के जीवन के छुए और अनछुए पहलुओं के बारे में।
योगी आदित्यनाथ का जन्म, जन्मस्थान – Yogi Adityanath Birthday, Birth Place
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ। इनका जन्म उत्तर प्रदेश पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गाँव में हुआ, जो कि अब उत्तराखंड में आता है, उत्तर प्रदेश के विभाजन से पहले पौड़ी गढ़वाल उत्तर प्रदेश में ही आता था। इनका वास्तविक नाम अजय सिंह बिष्ट है और ये एक राजपूत परिवार से सम्बन्ध रखते हैं। इनके पिता आनद मोहन बिष्ट हैं। योगी अपने माता की 7 सन्तानो में दूसरे नंबर के हैं।
योगी आदित्यनाथ की शिक्षा – Yogi Adityanath Education
योगी आदित्यनाथ जी ने विज्ञानं से स्नातक (B. Sc.) की शिक्षा ग्रहण की हुई है। इन्होने गढ़वाल के हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी से अपनी स्नातक (B. Sc.) की पढाई पूरी की है।
योगी आदित्यनाथ का प्रारम्भिक जीवन – Yogi Adityanath Early Life
योगी आदित्यनाथ का प्रारंभिक जीवन अपने जन्मस्थान अर्थात अपने गांव में ही व्यतीत हुआ। इनके पिता आनंद मोहन बिष्ट फारेस्ट रेंजर के पद पर कार्यरत थे। इनकी माता का नाम सावित्री देवी है। ये कुल 4 भाई और 3 बहनों में अपने माता पिता की दूसरी संतान हैं।
योगी आदित्यनाथ का परिवार – Yogi Adityanath Family
योगी आदित्यनाथ के परिवार में उनके माता – पिता के साथ उनके 3 भाई और 3 बहनें और हैं। एक भाई योगी जी से बड़े हैं तथा 2 भाई योगी जी से छोटे हैं। बड़े भाई मानवेन्द्र मोहन हैं, छोटे भाई शैलेन्द्र मोहन और महेंद्र सिंह बिष्ट हैं। योगी जी के छोटे भाई शैलेन्द्र मोहन भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं। योगी जी को छोड़कर बाकि सभी भाई बहनो की शादी हो चुकी है। योगी जी के पिता फारेस्ट डिपार्टमेंट में फारेस्ट रेंजर के पद पर नौकरी करते थे।
प्रचलित नाम | योगी आदित्यनाथ |
असली नाम | अजय सिंह बिष्ट |
माता का नाम | सावित्री देवी |
पिता का नाम | आनंद मोहन बिष्ट |
भाई | बड़े भाई मानवेन्द्र मोहन और दो छोटे भाई शैलेन्द्र मोहन और महेंद्र सिंह बिष्ट |
बहन | शशि सिंह और उनसे अलग 2 बहने और हैं |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
पत्नी | नहीं है |
योगी आदित्यनाथ का धार्मिक जीवन – Yogi Adityanath Religious Life
योगी आदित्यनाथ शुरू से ही बहुत धार्मिक थे। अपने जीवन में बहुत छोटी उम्र से ही ये हिंदुत्व से जुड़ गए थे। राम मंदिर आंदोलन से ये बहुत अधिक प्रभावित हुए और 1990 में इन्होने अपना घर छोड़ दिया था। राम मंदिर आंदोलन जिसकी शुरुआत हिन्दू महा सभा ने की थी। जब ये राम मंदिर आंदोलन में सम्मिलित हुए तो वहां ये तत्कालीन गोरक्षनाथ मठ के मठाधीश्वर योगी अवैद्यनाथ के संपर्क में आये, महंत अवैद्यनाथ जी नाथ पंथ से सम्बन्ध रखते थे।
उस समय पूर्वी उत्तर प्रदेश जेहाद, धर्मान्तरण, नक्सली व माओवादी हिंसा, भ्रष्टाचार तथा अपराध की अराजकता में जकड़ा था। गोरक्षनाथ मठ के मठाधीश्वर अवैद्यनाथ महाराज योगी जी से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने अजय सिंह बिष्ट को अपना शिष्य बना लिया। 15 फरवरी सन 1994 को महंत अवैद्यनाथ जी ने अजय सिंह बिष्ट का दीक्षाभिषेक किया और अजय सिंह बिष्ट से उनका नाम बदलकर योगी आदित्यनाथ रख दिया और इन्होने सांसारिक जीवन त्याग कर सन्यास ग्रहण कर लिया और सनातन धर्म एवं जनता के उत्थान का प्रण लिया।
गोरक्षनाथ मठ के मठाधीश्वर बने
इनके गुरु अवैद्यनाथ महाराज जो कि नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े मठ गोरक्षनाथ मंदिर के मठाधीश्वर थे, उनकी मृत्यु के पश्चात् नाथ पंथ ने इनको गोरक्षनाथ मठ का मठाधीश्वर घोषित किया।
दीक्षा | नाथ सम्प्रदाय में योग दीक्षा सन् 1994 ई0। |
दीक्षा गुरु | गोरक्षपीठाधीश्वर परम पूज्य महंत अवेद्यनाथ जी महराज। |
अभिरुचि | धर्म, अध्यात्म, शिक्षा, समाज सेवा, सांस्कृतिक चिंतन, लेखन, हिन्दुत्वनिष्ठ राष्ट्रवादी राजनीति एवं गोरक्षा। |
प्रकाशित पुस्तकें | यौगिक षट्कर्म, हठयोग: स्वरूप एवं साधना, राजयोग: स्वरूप एवं साधना, हिन्दू राष्ट्र नेपाल – अतीत एवं वर्तमान। |
योगी आदित्यनाथ का राजनितिक जीवन – Yogi Adityanath Political Life
गोरखपुर संसदीय क्षेत्र की लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर गोरक्षनाथ मठ के मठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ सांसद चुने जाते थे, अवैद्यनाथ जी इस सीट पर काफी मतों से विजयी होते थे। 1998 में महंत अवैद्यनाथ ने अपने परम भक्त योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का मौका दिया और योगी आदित्यनाथ पहली बार लोक सभा सांसद चुने गए। पुनः 1999 में लोक सभा चुनाव हुए और योगी आदित्यनाथ दूसरी बार गोरखपुर सीट से ही लोक सभा सांसद चुने गए और उसके आगे भी योगी आदित्यनाथ गोरखपुर संसदीय सीट से सांसद चुने जाते रहे। योगी जी हर बार भाजपा के ही टिकट पर सांसद बने। योगी जी उसके बाद 2004, 2009, और फिर 2014 में भी गोरखपुर की लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।
उत्तर प्रदेश की राजनीती में सक्रिय – Active In Uttar Pradesh Politics
योगी आदित्यनाथ शुरू से ही उत्तर प्रदेश की राजनीती में सक्रीय रहे हैं। 2017 के विधान सभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ भाजपा के स्टार प्रचारक रहे थे। चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की और योगी आदित्यनाथ को 18 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित किया और 19 मार्च 2017 को योगी जी ने पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उसके बाद 2022 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़े गए विधान सभा चुनाव में भी भाजपा ने पूर्ण बहुमत से जीत हासिल की और योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की और वर्तमान मे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
Go To Home | Click to Go Home |
Read More | Click To Read |
FAQ – Yogi Adityanath Biography, Family, Education। योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, परिवार, शिक्षा
Q- क्या योगी आदित्यनाथ विवाहित हैं ?
Ans – नहीं, योगी आदित्यनाथ अविवाहित हैं। उन्होंने सन्यास लिया हुआ है और वे पूरी तरह सन्यासी जीवन का निर्वहन करते हैं।
Q- क्या योगी आदित्यनाथ एक हिंदुत्व वादी नेता हैं?
Ans – हाँ, योगीआदित्यनाथ एक कट्टर हिंदुत्व वादी नेता हैं।
Q- क्या योगी आदित्यनाथ शिक्षित हैं?
Ans – योगी आदित्यनाथ ने स्नातक (B.Sc) तक की पढाई की है।
Q- योगी आदित्यनाथ का जन्म कब हुआ?
Ans – योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून सन 1972 को हुआ।
Q- योगी आदित्यनाथ का जन्म कहाँ हुआ?
Ans – जन्म उत्तर प्रदेश पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गाँव में हुआ, जो कि अब उत्तराखंड में आता है, उत्तर प्रदेश के विभाजन से पहले पौड़ी गढ़वाल उत्तर प्रदेश में ही आता था।